- किताबों से जानिए, किस तरह छोटी शुरुआत से बड़े रिजल्ट हासिल किए जा सकते हैं, क्यों गलती को स्वीकारना जरूरी है?
छोटी शुरुआत से बड़े नतीजे हासिल करें
बड़े लक्ष्य, जैसे- रोज एक घंटा मेडिटेट करना या पढ़ने के लिए समय निकालना भारी लगते हैं। छोटी आदतों पर ध्यान दें। जैसे कुछ सेकंड मेडिटेट करें या रोज रात को 30-40 लाइनें पढ़ें। कुछ करते-करते किताब की चंद लाइनें पढ़ लें। कॉफी ब्रू होने के दौरान मेडिटेट कर लें। अपनी प्रोग्रेस ट्रैक करते रहें। छोटे से शुरुआत करके आप बड़े नतीजे हासिल कर सकते हैं। (मेज़र वॉट मैटर्स)
ठहराव से बचना है, तो गलती स्वीकारना सीखें
अपनी बात पर अड़े रहने का रवैया आपकी तरक्की की राह में बड़ी बाधा बन सकता है। अड़ियलता से निजात पाने के लिए आपको अपने पुराने विचार त्यागने के लिए तैयार रहना चाहिए। ठहराव से बचना है तो गलती स्वीकारना सीखें। श्रेष्ठ व्यक्ति की यही पहचान है कि गलत साबित होने पर वह नई सोच को स्वीकारने के लिए तैयार रहता है। इसके लिए साहस चाहिए। (अवेकन द जाएंट विदिन)
अपनी उलझनें आपको खुद ही सुलझानी हैं
ज्यादा काम करके परेशान हैं या तनाव है, तो दूसरों को जिम्मेदार ठहराना गलत है। अपनी उलझनों को आपको खुद ही सुलझाना होगा। समय-समय पर खुद को याद दिलाते रहें कि चाहे जो भी परिस्थितियां सामने हों, मुझमें ताकत और क्षमता है कि सही चुनाव करके मैं खुद अपना वर्तमान और भविष्य संवार सकता हूं। खुद को भरोसा दिलाएं कि सब आपके नियंत्रण में है। (द पावर ऑफ पॉजिटिव थिंकिंग)
अच्छे विचार को बड़े विचार में कैसे बदलें
आप एक अच्छे विचार को बड़े विचार में बदल सकते हैं। जॉन मॉन्टेग्यू को अच्छा विचार आया। उन्हें भूख लगी तो अपने कुक से कहा ब्रेड के दो स्लाइस के बीच चीज़ स्लाइस रखो और ले आओ। यह सैंडविच का जन्म था। लेवी स्ट्रॉस ने टेंट के कपड़े से जींस बना दी। बिल गेट्स ने हर डेस्क पर एक कंप्यूटर रख दिया।