दोस्तों, परीक्षा में सफलता पाने के लिए आप कई तरीके अपनाते हैं, लेकिन ये तरीके अपना कर आप ज्यादातर नाकामयाब ही होते हैं। इसीलिए आज हम देखते हैं पढाई और पढाई करने के तरीकों में विज्ञान की क्या राय है? क्योंकि हम में से कई ज्यादातर पढाई लंबे नहीं लेकिन स्मार्ट तरीके से करना चाहते हैं, तो आइये इस बार जानते हैं 9 Scientific Study Tips in Hindi – पढाई करने के 9 वैज्ञानिक तरीके। एक बार इन तरीको को भी आजमा लीजिए। शायद इस बार आपका काम बन जाए 🙂
1) सबसे पहली और सबसे महत्वपूर्ण बात यह हैं की काफी लंबे समय तक पढाई करने की बजाय आप थोड़े वक़्त तक ही पढ़े। क्योंकि कई अध्ययनों में थोड़े वक़्त की या टुकडो में की गई पढाई ज्यादा फायदेकारक साबित हुई है। आप अपनी पढाई करने के समय को छोटे छोटे हिस्सों में बाट दे। कभी भी बहुत ही लंबे समय तक ज्यादा पढाई मत करे, मतलब की आपके किसी विषय या unit के लिए 10 घंटे रट्टा मारने से तो अच्छा हैं की आप कुछ हफ्तों तक उसे 1 घंटा ही पढ़े। ऐसा इसलिए क्योंकि हमारा दिमाग छोटे छोटे हिस्सों में की गई पढाई को एक बड़े हिस्से में की गई पढाई की तुलना में ज्यादा जल्दी याद रख पाता है।
2) पूरी रात पढ़ना बहुत जरुरी है यह बात एक परखी हुई पद्धति है जिससे आपका पढाई का level ऊपर आ सकता है। केवल पढाई ही नहीं बल्कि आप swimming, tennis और singing में भी इस तरीके को अपना कर उनमें जल्दी महारत हांसिल कर सकते हैं।
3) ज्यादातर लोग अपने कई घंटे एक ही विषय को बार बार पढने में और अपने पाठ्यपुस्तक को highlight करने में खर्च कर देते हैं। एक अध्ययन से यह पता चला है की यह चीजें पढाई के लिए एकदम बेअसर हैं। इससे topic को समझने में किसी भी तरह का improvement नहीं होता है। यह तरीका आपका ध्यान कम important topic की ओर ज्यादा ले जाता है।
4) बिना किसी उद्देश्य के अध्ययन करने की बजाय किसी एक topic को चुनिए और उसे अच्छे से पढ़ लें।
5) Einstein ने कहा था – “If you can’t explain it simply, then you don’t understand it well enough” – मतलब की अगर आप किसी चीज को आसानी से समझा नहीं सकते हैं तो आप उसे अभी अच्छी तरह से समझे नहीं हैं।
6) एक अध्ययन के दौरान students के दो group किए गए। दोनों groups को एक ही topic दिया गया। लेकिन एक group के students को कहा गया की आपको इस विषय का test देना हैं, और दूसरे group के students को बताया गया की आपको इस विषय को दूसरे students को समझाना है। दोनों में से जिस group के students को पढ़ाने के लिए बोला गया था उनकी उस विषय में तैयारी और understanding काफी अच्छी थी, क्योंकि जब आप किसी विषय को पढ़ाने की उम्मीद रख के तयारी कर रहे हैं तब आपका दिमाग जानकारी का आयोजन एक अधिक logical और well manner तरीके में करता हैं.
7) सबसे जरुरी है प्रैक्टिस…प्रैक्टिस…और…प्रैक्टिस। लेकिन कई बार पढाई में गलती करना भी फायदेकारक है। मतलब की गलतियाँ हमे ज्यादा याद रहती हैं। इसके आलावा किसी भी विषय के 100 या 50 गुणों के टेस्ट लिखना भी ज्यादा फायदेमंद हैं।
8) तो आप पढाई कहाँ पर करें? वहां, जहाँ पर आप अच्छा महसूस करते हो। कोई एसी जगह जहाँ पर आपको पढाई के लिए जरुरी सभी चीजें आसानी मिल जाए और जो अच्छी तरह से सुसज्जित हो। आपको अपनी जगह से फिर से उठाना न पड़े।
9) कुछ अध्ययनों से पता चला है कि शास्त्रीय संगीत (Classical Music) के कुछ प्रकार पढाई की एकाग्रता में सुधार करने में मदद कर सकते हैं। एक अध्ययन के मुताबिक ऐसा भी पता चला हैं की लयबद्ध पृष्ठभूमि शोर (rhythmic background noise) ध्यान केंद्रित करने के लिए हानिकारक हो सकता है। लेकिन मेरी सलाह हैं की आप music ही ना सुनें।
और सबसे जरुरी चीज़ जो आपको नहीं करनी चाहिए वो है अपना phone इस्तेमाल