
पृथ्वी के घूमने का कारण
- पृथ्वी एवं अन्य ग्रहों का निर्माण कई गैस एवं धूल के कणों से हुआ है।
- 4.6 अरब साल पहले गैस एवं धूल के कणों के बड़े-बड़े बादल अपने अंदर मौजूद पदार्थ एवं अपने ही गुरुत्वाकर्षण के कारण घूमने लगे और धीरे-धीरे इनसे ग्रहों का निर्माण हुआ लेकिन इनका घूर्णन जारी रहा और अब तक पृथ्वी घूमती रहती है क्योंकि इसे रोकने के लिए कोई बल या शक्ति उपलब्ध नहीं है जो इसका घूर्णन रोक सके।
- पृथ्वी की घूमने की गति दो प्रकार की होती है घूर्णन एवं परिक्रमण।
- एक ओर जहां पृथ्वी का अपने अक्ष पर घूमना घूर्णन कहलाता है तो वही दूसरी तरफ सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाने की गति को परिक्रमण कहा जाता है।
- पृथ्वी के घूमने का कारण उसके चुंबकीय क्षेत्र को माना जाता है। पृथ्वी अपने अक्ष पर 23.5 डिग्री झुकी हुई है एवं वह सूर्य का एक चक्कर 365 दिनों में पूरा करती है।
- पृथ्वी के घूर्णन एवं परिक्रमण करने के कारण ही पृथ्वी पर समय एवं मौसम में बदलाव आते हैं। इसी कारण पृथ्वी पर दिन-रात एवं सर्दी-गर्मी के मौसम में बदलाव देखे जाते हैं।
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