- ब्रह्मांड के बारे में ऐसा माना जाता है, की इसकी उत्पत्ति एक ऊर्जा के बिंदु द्वारा हुई थी। ब्रह्मांड की उत्पत्ति को Big Bang के नाम से जाना जाता है। Big Bang की खोज 2 वैज्ञानिको द्वारा गलती से हुई थी।
- ब्रह्मांड में मौजूद Galaxy को हिंदी में आकाशगंगा के नाम से जाना जाता है, इसके अलावा गैलेक्सी का संस्कृत नाम मंदाकनी है, हमारी आकाशगंगा का मिल्की है।
- ब्रह्मांड की अब तक की आयु 13.7 अरब साल मानी जाती है, जो की Big Bang (जब से ब्रह्मांड की उत्पत्ति हुई) से लेकर वर्तमान तक का समय है।
- पृथ्वी के सबसे नजदीक का तारा प्रोक्सिमा सेंच्युरी है। हालाकिं प्रोक्सिमा सेंच्युरी पृथ्वी के नजदीक दूसरा तारा है, पहले नंबर पर सूर्य आता है।
- आकाशगंगा पुरे ब्रह्मांड में फैली हुई है, अगर आप 1 मिनट में 100 तारे गिन सकते है, तो आप ब्रह्मांड की सारी आकाशगंगा को 2000 हजार साल में गिन सकते है। इस बात से यह अंदाजा लगाया जा सकता है, की ब्रह्मांड में मौजूद आकाश गंगा कितनी बड़ी है।
- ब्रह्मांड में मौजूद अब तक का सबसे बड़ा तारा U.V.scuti है। यह तारा सूर्य से भी 1700 गुना अधिक बड़ा है।
- ब्रह्मांड दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है।
- जिस तरह से पृथ्वी सूर्य के चक्कर लगाती है, उसी तरह से सूर्य भी अपने साथ ब्रह्मांड के सभी ग्रहो के साथ में आकाशगंगा के चक्कर लगाता है। आकाशगंगा का एक चक्कर लगाने में सूर्य को लगभग 22.5 करोड़ साल का समय लगता है। वर्तमान में जिस स्थान पर सूर्य आकाशगंगा में मौजूद है, इस स्थान पर पहले डाइनासोर का समय था।अंतरिक्ष में जाने वाले यात्रियों का कहना है, की अंतरिक्ष में से बिल्डिंग के धुंए और गर्म धातु की तरह सुगंध आती है।
- सन 1977 में 72 सेकेंड के लिए वैज्ञानिकों को एक ऐसा रहस्य्मयी सिग्नल मिला था, जिसका आज तक भी यह नहीं पता चल सका की यह सिग्नल किसके द्वारा भेजा गया है। इस पर कुछ वैज्ञानिको का ऐसा मानना है, की यह सिग्नल एलियन द्वारा भेजा गया था।
- आपको जानकारी हैरानी होगी, हमारी पृथ्वी से लगभग 10,000 प्रकाश वर्ष की दुरी पर एक अल्कोहोल का बदल है। इस बदल में इतनी ज्यादा अल्कोहोल इससे 400 ख़राब बियर की बोतले भरी जा सकती है।
- ब्लैक हॉल का गुरुत्वाकर्षण इतनी अधिक शक्तिशाली होता है, की वहां से प्रकाश की एक किरण भी अंदर नहीं जा सकती है। अगर कोई भी एक बार ब्लैकहोल के अंदर चला गया तो वह फिर कभी भी वापस नहीं आ सकता है।
- हम जिस ब्रह्मांड को देखते है, वह पुरे ब्रह्मांड का सिर्फ 5% ही है।
- ब्रह्मांड के दो सबसे बड़े रहस्य डार्क एनर्जी और डार्क मैटर है।
- पुरे ब्रह्मांड में सिर्फ पृथ्वी ही एक ऐसा ग्रह है, जहाँ पर जीवन संभव है। पृथ्वी के अलावा अभी तक किसी भी ग्रह पर किसी भी तरह का कोई जीवन नहीं पाया गया है।
- ब्रह्मांड में ग्रहों और तारो के बिच की दुरी इतनी अधिक होती है, इस दुरी कोई किलोमीटर में नापना बहुत मुश्किल हो जाता है। इसलिए इस दुरी को नापने के लिए प्रकाश वर्ष का उपयोग किया जाता है।
- पुरे ब्रह्मांड में सबसे ज्यादा जटिल चीज मनुष्य का मस्तिष्क है। जिसे जितना समझों उतना ही काम है। मनुष्य के मस्तिष्क में अरबो की संख्या में न्यूरॉन्स मौजूद है। जिन्हे समझना बहुत ही जटिल कार्य है।
- अंतरिक्ष में अंतरिक्ष यात्रियों द्वारा पहने जाने वाले Space Suite की कीमत लगभग 120 लाख डॉलर या इससे अधिक की होती है।
- अंतरिक्ष में मनुष्य को पसीना नहीं आता है, और ना ही मनुष्य अंतरिक्ष में रो सकता है। क्योकिं अंतरिक्ष में मौजूद गुर्त्वाकर्षण पसीने और आंसुओं की बूंदो को बाहर नहीं आने देता है। .
- अंतरिक्ष में सबसे पहले दूरबीन की सहायता से गलीलियो (Galileo) ने देखा था।
- पृथ्वी ब्रह्माण्ड का बहुत ही छोटा सा एक हिस्सा है, अगर हम इसकी तुलना सूर्य से करें, तो सूर्य के अंदर पृथ्वी जैसे 13 लाख ग्रह समा सकते है।