हाल ही में खोजा गया COVID-19 का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) को WHO ने चिंतित कर देने वाला एक प्रकार (Variant of Concern) के रूप में नामित किया है. यह डेल्टा संस्करण से अधिक खतरनाक बताया गया है. आइये इस लेख के माध्यम से COVID-19 के डेल्टा और Omicron वेरिएंट के बीच अंतर के बारे में अधयन्न करते हैं.
दुनिया भर के वैज्ञानिक ओमिक्रॉन ( Omicron) कोरोनावायरस का पता लगाने में जुटे हुए हैं. WHO द्वारा इसे चिंता का संस्करण (Variant of Concern) या चिंतित कर देने वाले एक प्रकार के रूप में नामित किया गया है. यह पहली बार दक्षिणी अफ्रीका में पाया गया था. WHO ने जानकारी दी है कि ओमिक्रॉन वेरिएंट डेल्टा वेरिएंट से ज्यादा खतरनाक है.
26 नवंबर 2021 को, WHO ने WHO के टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ऑन वायरस इवोल्यूशन (Technical Advisory Group on Virus Evolution, TAG-VE) की सलाह पर वैरिएंट B.1.1.1.529 को चिंता का एक प्रकार नामित किया, जिसका नाम ओमिक्रॉन (Omicron) रखा गया. यह निर्णय TAG-VE को प्रस्तुत किए गए साक्ष्य पर आधारित था कि ओमिक्रॉन में कई उत्परिवर्तन (Mutations) हैं जो इस पर प्रभाव डाल सकते हैं कि यह कैसे व्यवहार करता है, उदाहरण के लिए, यह कितनी आसानी से फैलता है या बीमारी की गंभीरता का कारण बनता है, इत्यादि.
WHO ने कहा कि वह दुनिया भर के कई शोधकर्ताओं के साथ समन्वय कर रहा है ताकि यह बेहतर ढंग से समझ सके कि नया संस्करण COVID-19 महामारी को कैसे प्रभावित करेगा. वैज्ञानिक भी ओमिक्रॉन के बारे में रिसर्च कर रहे हैं. लेकिन डेल्टा वेरिएंट की तुलना में ओमिक्रॉन वेरिएंट कितना अलग है? इन दोनों में क्या अंतर है, आइये जानते हैं.
ओमिक्रॉन और डेल्टा वेरिएंट में क्या अंतर है?
हाल ही में खोजा गया COVID-19 का ओमिक्रॉन नामक वेरिएंट , डेल्टा वेरिएंट की तुलना में अधिक परेशान कर देने वाला होने का अनुमान है.
डेल्टा वेरिएंट (Delta Variant) | ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) |
डेल्टा वेरिएंट को B.1.617.2 के रूप में जाना जाता है. | ओमिक्रॉन वेरिएंट का वैज्ञानिक नाम B.1.1.1.529 है. |
डेल्टा पहली बार भारत में रिपोर्ट किया गया था. | ओमिक्रॉन वेरिएंट सबसे पहले दक्षिणी अफ्रीका में रिपोर्ट किया गया था. |
डेल्टा प्लस वेरिएंट चिंतित कर देने वाला एक प्रकार था लेकिन डेल्टा नहीं. | ओमिक्रॉन चिंतित कर देने वाला एक प्रकार का रूप है. पहली बार 24 नवंबर को इसकी सूचना मिली थी. |
डेल्टा प्लस वेरिएंट ने K417N नामक स्पाइक प्रोटीन उत्परिवर्तन का अधिग्रहण किया जो कि दक्षिण अफ्रीका में पहली बार पहचाने गए बीटा वेरिएंट में भी पाया गया था. | ओमिक्रॉन स्पाइक प्रोटीन में उच्च संख्या में उत्परिवर्तन करता है, जिससे मानव शरीर की कोशिकाओं में वायरस के प्रवेश करने में मुख्य भूमिका होती है. B.1.1.1.529 वेरिएंट में 50 म्यूटेशन हैं, जो कि स्पाइक प्रोटीन पर 30 से अधिक म्यूटेशन हैं. |
डेल्टा प्लस लगभग 12 देशों में मौजूद था. सबसे पहले मैसूर में इसकी सूचना मिली थी. | ओमिक्रॉन वेरिएंट अभी तक 6 देशों में पाया गया है. |
डेल्टा बहुत अधिक उत्परिवर्तित नहीं था यानी डेल्टा में ज्यादा म्यूटेशन नहीं थे. | ओमिक्रॉन अब तक का सबसे उत्परिवर्तित वायरस है. |
डेल्टा वैरिएंट को वैक्सीन से नियंत्रित किया जा सकता है. | ओमिक्रॉन वेरिएंट के वर्तमान टीकों द्वारा नियंत्रित होने की संभावना कम बताई जा रही है. |
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार ओमिक्रॉन वायरस और उसके उत्परिवर्तन को जानने में कुछ सप्ताह लगेंगे. बोत्सवाना, इस्राइल, मलावी, हांगकांग, इत्यादि इस वायरस से प्रभावित हैं. WHO का यह भी कहना है कि इस खतरनाक वेरिएंट से बचने के लिए सावधानी बरतना अनिवार्य है. घर से बाहर निकलते वक्त मास्क जरुर पहने, सामाजिक दूरी का पालन करें, हाथों की स्वच्छता का ध्यान रखें, इत्यादि.
- सीआईएसएफ में निकली बंपर भर्ती 14264 पदों पर आवेदन शुरू 10वीं 12वीं पास जल्द करें
- UPSSSC Enforcement Constable Recruitment, 12वीं पास के लिए निकली भर्ती
- UP Police: सिपाही भर्ती के इंतजार में ओवरएज हो गए योगी जी, बढ़ा दो
- NCB bharti- सब इंस्पेक्टर के 30000+ पदों पर भर्ती, आज है आखिरी तारीख
- यूपी पुलिस में 31 साल वाले भी बन सकते हैं कांस्टेबल,