NCTE का बड़ा निर्णय : शिक्षक बनने के लिए अब दो वर्षीय बीएड की जगह इंटीग्रेटेड बीएड ही मान्य, 31 मई तक आवेदन

Spread The Love And Share This Post In These Platforms

NCTE का बड़ा निर्णय : शिक्षक बनने के लिए अब दो वर्षीय बीएड की जगह इंटीग्रेटेड बीएड ही मान्य, 31 मई तक आवेदन

का बड़ा निर्णय : अब इंटीग्रेटेड बीएड की पढ़ाई सत्र 2023-24 से अनिवार्य कर दी गई है। इस कोर्स में नामांकन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के माध्यम से लिया जाएगा। एनसीटीई ने शैक्षणिक सत्र 2023-24 से पूरे देश में दो वर्षीय बीएड की जगह अब आइआइटी, एनआइटी, केंद्र और राज्य सरकार के विवि एवं सरकारी कॉलेजों में एकीकृत शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम (आइटीइपी) शुरू किया है।

यह नयी शिक्षा नीति के अंतर्गत प्रमुख कार्यक्रम होगा । इस कार्यक्रम के अंतर्गत ही बीए बीएड, बीएससी बीएड एवं बीकॉम बीएड कोर्स होगा। इसके माध्यम से फाउंडेशनल, प्रिपरेटरी, मिडिल एवं सेकेंडरी (5 3 3 4) स्कूलों के लिए शिक्षकों को तैयार किया जायेगा।

यह कोर्स सभी छात्रों के लिए होगा, जो प्लस टू के बाद अध्यापन को पेशे के रूप में चुनना चाहते हैं। इस एकीकृत पाठ्यक्रम से छात्रों को लाभ होगा, क्योंकि वे वर्तमान स्नातक में आवश्यक पांच वर्षों के बजाय चार वर्ष का पाठ्यक्रम पूरा कर एक वर्ष अपने बचा सकेंगे ।

31 मई 2023 तक संस्थान एनसीटीइ के पास कर सकते हैं आवेदन

एनसीटीइ के सदस्य सचिव केवाइ शेरपा ने बताया कि इस कोर्स में नामांकन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के माध्यम से होगा, परीक्षा ऑनलाइन ली जाएगी।
इसका विज्ञापन शीघ्र ही प्रकाशित होगी।
श्री शेरपा के द्वारा संस्थानों को निर्देश दिया गया है कि इस कार्यक्रम को लागू करने के लिए 31 मई 2023 तक एनसीटीइ के पास आवेदन कर सकते हैं।

आठ सेमेस्टर का होगा कोर्स

आइटीइपी चार शैक्षणिक वर्ष का होगा, जिसमें इंटर्नशिप सहित आठ सेमेस्टर शामिल होगा। कोई भी छात्र किसी सेमेस्टर को पूरा करने में असमर्थ रहता है या किसी सेमेस्टर की अंतिम परीक्षा में शामिल नहीं हो सका हो, तो उसे कार्यक्रम में प्रवेश की तारीख से अधिकतम छह साल की अवधि के भीतर ही कार्यक्रम पूरा करने की अनुमति मिलेगी। एक सेमेस्टर में प्रवेश की अवधि को छोड़कर परीक्षाओं की अवधि सहित कम से कम 125 कार्य दिवस होंगे। एक सप्ताह के अंतर्गत कम से कम 40 घंटे काम होंगे। विद्यार्थियों की क्लास में उपस्थिति 80 प्रतिशत व इन्टर्नशिप सहित 90 प्रतिशत होना 

का बड़ा निर्णय : अब इंटीग्रेटेड बीएड की पढ़ाई सत्र 2023-24 से अनिवार्य कर दी गई है। इस कोर्स में नामांकन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के माध्यम से लिया जाएगा। एनसीटीई ने शैक्षणिक सत्र 2023-24 से पूरे देश में दो वर्षीय बीएड की जगह अब आइआइटी, एनआइटी, केंद्र और राज्य सरकार के विवि एवं सरकारी कॉलेजों में एकीकृत शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम (आइटीइपी) शुरू किया है।

यह नयी शिक्षा नीति के अंतर्गत प्रमुख कार्यक्रम होगा । इस कार्यक्रम के अंतर्गत ही बीए बीएड, बीएससी बीएड एवं बीकॉम बीएड कोर्स होगा। इसके माध्यम से फाउंडेशनल, प्रिपरेटरी, मिडिल एवं सेकेंडरी (5 3 3 4) स्कूलों के लिए शिक्षकों को तैयार किया जायेगा।

यह कोर्स सभी छात्रों के लिए होगा, जो प्लस टू के बाद अध्यापन को पेशे के रूप में चुनना चाहते हैं। इस एकीकृत पाठ्यक्रम से छात्रों को लाभ होगा, क्योंकि वे वर्तमान स्नातक में आवश्यक पांच वर्षों के बजाय चार वर्ष का पाठ्यक्रम पूरा कर एक वर्ष अपने बचा सकेंगे ।

31 मई 2023 तक संस्थान एनसीटीइ के पास कर सकते हैं आवेदन

एनसीटीइ के सदस्य सचिव केवाइ शेरपा ने बताया कि इस कोर्स में नामांकन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के माध्यम से होगा, परीक्षा ऑनलाइन ली जाएगी।

श्री शेरपा के द्वारा संस्थानों को निर्देश दिया गया है कि इस कार्यक्रम को लागू करने के लिए 31 मई 2023 तक एनसीटीइ के पास आवेदन कर सकते हैं।

आठ सेमेस्टर का होगा कोर्स

आइटीइपी चार शैक्षणिक वर्ष का होगा, जिसमें इंटर्नशिप सहित आठ सेमेस्टर शामिल होगा। कोई भी छात्र किसी सेमेस्टर को पूरा करने में असमर्थ रहता है या किसी सेमेस्टर की अंतिम परीक्षा में शामिल नहीं हो सका हो, तो उसे कार्यक्रम में प्रवेश की तारीख से अधिकतम छह साल की अवधि के भीतर ही कार्यक्रम पूरा करने की अनुमति मिलेगी। एक सेमेस्टर में प्रवेश की अवधि को छोड़कर परीक्षाओं की अवधि सहित कम से कम 125 कार्य दिवस होंगे। एक सप्ताह के अंतर्गत कम से कम 40 घंटे काम होंगे। विद्यार्थियों की क्लास में उपस्थिति 80 प्रतिशत व इन्टर्नशिप सहित 90 प्रतिशत होना चाहिए।

 

 

 

5/5 - (1 vote)

Spread The Love And Share This Post In These Platforms

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *